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Monday 18 February 2019

भारतीय दर्शन प्रणाली-5


Indian philosophy system

1. निम्नलिखित कथनों में कौन सा भारतीय दर्शन प्रणाली के बारे में सही है?
A. भारतीय दार्शनिक प्रणालियां वेदों की प्रमाणिकता की स्वीकार्यता या अस्वीकार्यता के अनुसार वर्गीकृत की गयी हैं।
B. भारतीय दर्शन प्रणाली को दो समूहों में वर्गीकृत किया गया हैं: रूढ़िवादी प्रणाली (आस्तिक); गैर- रूढ़िवादी प्रणाली (नास्तिक)
C. A & B दोनों
D. न तो A और न ही B
Ans: C
2. भारतीय दर्शन की विशेषताओं से संबंधित निम्न कथनों पर ध्यान दें।
I. दर्शन के सभी मतों का मानना है कि दर्शन आदमी के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालती है। दर्शन के सभी मतों में पुरुषार्थ के महत्व पर आम सहमति है।
II. सभी मतों का मानना हैं कि दर्शन मानव जीवन के अंतिम सत्य: पुरूषार्थ अर्थात  अर्थ, कर्म, धर्म और मोक्ष को जानने में मदद करती हैं।
उपरोक्त में कौन सा कथन सही हैं?
A. केवल I
B. केवल II
C. I एवं II दोनों
D. ना ही I और ना ही II
Ans: C
3. भारतीय दर्शन कि किस प्रणालियों में चार्वाक, आजीविक, जैन और बौद्ध धर्म की विचारधाराओं का वर्णन है?
A. भारतीय दर्शन की रूढ़िवादी प्रणाली
B. भारतीय दर्शन की गैर- रूढ़िवादी प्रणाली
C. ए और बी दोनों
D. इनमे से कोई भी नहीं
Ans: B
4. भारतीय दर्शन की किस प्रणाली में वैशेषिक, न्याय, सांख्य, योग, पूर्व-मीमांसा और उत्तर-मीमांसा की विचारधारा का वर्णन है?
A. भारतीय दर्शन की रूढ़िवादी प्रणाली
B. भारतीय दर्शन की गैर- रूढ़िवादी प्रणाली
C. A & B दोनों
D. इनमे से कोई भी नहीं
Ans: A
5. भारतीय दर्शन की सांख्य प्रणाली के संस्थापक कौन थे?
A. कपिल मुनि
B. गौतम मुनि
C. जैमिनी
D. कणाद
Ans: A
6. निम्नलिखित में से किसने न्यायसूत्र पर आधारित न्याय मत की रचना की?
A. कपिल मुनि
B. गौतम मुनि
C. जैमिनी
D. कणाद
Ans: B
7. वैशेषिक स्कूल....... द्वारा स्थापित किया गया था:
A. कपिल मुनि
B. गौतम मुनि
C. जैमिनी
D. कणाद
Ans: D
8. निम्नलिखित कथनों में से कौन पूर्व मीमांसा से संबंधित हैं |
I- पूर्व मीमांसा प्रणाली की खोज वेदव्यास के शिष्य ऋषि जैमिनी ने की थी।
II- पूर्व मीमांसा स्कूल का मुख्य उद्देश्य वेदों की व्याख्या और उसकी प्रमाणिकता स्थापित करना था।
उपर दिए गए कथनों में से कौन सा सही है?
A. केवल I
B. केवल II
C. I एवं II दोनों
D. ना ही I और ना ही II
Ans: C
9. निम्नलिखित कथनों में कौन उत्तर मीमांसा या वेदांत से संबंधित हैं।
I- वेदांत या उत्तर मीमांसा मत ब्राह्मण (अनुष्ठान और यज्ञ निर्देश) की बजाय उपनिषद (वेदों के भीतर रहस्यवादी या आध्यात्मिक विषय) के दार्शनिक शिक्षाओं पर केंद्रित है।
II- वेदांत में पारंपरिक कर्मकाण्डों के बजाय ध्यान, आत्म अनुशासन और आध्यात्मिक संयोजन पर अधिक बल दिया गया है|
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
A. केवल I
B. केवल II
C. I एवं II दोनों
D. ना ही I और ना ही II
Ans: C
10. विशिष्टाद्वैत से संबंधित निम्न कथनों पर ध्यान दें।
I- विशिष्टाद्वैत (“विशिष्टता के साथ अद्वैत; योग्यता") वेदांत दर्शन का एक गैर द्वैतवादी मत है।
II- प्रसिद्ध विशिष्टाद्वैत दार्शनिक रामानुज का मानना था कि विशिष्टाद्वैत की विशेषता प्रस्थान त्रय (“तीन पाठ्यक्रमों"), अर्थात् उपनिषद, गीता, और ब्रह्म सूत्र पर आधारित है।
उपरोक्त में से कौन सा कथन सही है?
A. केवल I
B. केवल II
C. I एवं II दोनों
D. ना ही I और ना ही II
Ans: C

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